भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) देश के लाखों छोटे और मझोले किसानों के लिए एक बड़ा तोहफा है। इस योजना का मकसद है किसानों को आर्थिक मदद देना ताकि वे अपनी खेती और रोज़मर्रा के खर्चों को आसानी से पूरा कर सकें। 2019 में शुरू हुई यह स्कीम आज ग्रामीण भारत में किसानों के लिए एक मज़बूत सहारा बन चुकी है। हर साल इस योजना के ज़रिए करोड़ों किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसे पहुंच रहे हैं जिससे उनकी ज़िंदगी में थोड़ी राहत आई है।
किसान भाइयों को सरकार ने अभी तक 38 हजार रूपये इस योजना के तहत दिए है यानि 19 किस्तों का लाभ हर एक किसानों को दिया जा चूका है। अब अगली क़िस्त का किसानों को इन्तजार है। आइये जानते है की इस योजना का पैसा लेने के लिए आपको क्या क्या करना होगा और कब आपको ये क़िस्त का पैसा मिलने वाला है।
योजना का उद्देश्य
इस स्कीम का मुख्य लक्ष्य है हर साल योग्य किसानों को 6000 रुपये की आर्थिक मदद देना। यह पैसा तीन हिस्सों में, यानी हर चार महीने में 2000 रुपये की किस्त के रूप में सीधे उनके बैंक खाते में जाता है। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) की मदद से यह रकम बिना किसी बिचौलिए के किसानों तक पहुंचती है, जिससे पारदर्शिता बनी रहती है।
2025 में किसान 20वीं किस्त का इंतज़ार कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक, यह किस्त जुलाई-अगस्त 2025 के बीच उनके खातों में आ सकती है। हालांकि, सरकार की तरफ से अभी आधिकारिक तारीख की घोषणा बाकी है, लेकिन चर्चा है कि 2 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री इस किस्त को जारी कर सकते हैं। यह पैसा किसानों के लिए बीज, खाद, और खेती से जुड़े छोटे-मोटे खर्चों के लिए बहुत काम आता है।
किसानों को कैसे मिलता है फायदा?
इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि छोटे और सीमांत किसानों को खेती के लिए आर्थिक मदद मिलती है। जिन किसानों के पास दो हेक्टेयर या उससे कम ज़मीन है, वे इस स्कीम का लाभ ले सकते हैं। अब तक सरकार ने 19 से ज़्यादा किस्तों के ज़रिए करोड़ों किसानों को यह मदद पहुंचाई है। यह रकम छोटी लग सकती है, लेकिन किसानों के लिए यह बीज, खाद, या छोटे खर्चों को पूरा करने में बहुत मददगार साबित होती है। इससे उनकी खेती का काम आसान होता है और आत्मविश्वास बढ़ता है।
किस्त लेने के लिए क्या करना होगा?
20वीं किस्त का लाभ लेने के लिए कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले, किसानों को अपनी ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी करानी होगी। अगर यह नहीं हुई, तो किस्त अटक सकती है या उनका नाम लाभार्थी सूची से हट सकता है। इसके अलावा, कुछ और ज़रूरी बातें हैं:
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पीएम किसान पोर्टल पर जाएं और फार्मर सेक्शन में अपनी जानकारी चेक करें।
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आधार नंबर, बैंक खाता डिटेल्स, और ज़मीन के कागज़ात को सही और अपडेट रखें।
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लाभार्थी सूची में अपना नाम देखें। अगर नाम नहीं है, तो तुरंत जानकारी अपडेट कराएं।
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अगर आपने अभी तक इस स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो अपने नज़दीकी कृषि विभाग या सीएससी केंद्र में जाकर कागज़ात जमा करें।
ध्यान रखें कि सारी जानकारी सही होनी चाहिए, वरना किस्त मिलने में दिक्कत हो सकती है।
कैसे करें आवेदन?
अगर आप नया रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो इसकी प्रक्रिया बहुत ही आसान है और आप अपने घर से या फिर पास के CSC सेंटर पर जाकर के इस प्रक्रिया को पूरा करवा सकते है। देखिये कैसे इस योजना में आवेदन करना होता है –
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पीएम किसान पोर्टल पर जाएं और रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें।
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आधार, बैंक खाता, और ज़मीन से जुड़े कागज़ात तैयार रखें।
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अगर ऑनलाइन करना मुश्किल लगे, तो अपने नज़दीकी सीएससी केंद्र या कृषि कार्यालय में मदद लें।
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समय-समय पर पोर्टल पर अपनी जानकारी चेक करते रहें ताकि कोई गलती न रह जाए।
क्यों खास है यह योजना?
यह स्कीम किसानों को न सिर्फ आर्थिक मदद देती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने का मौका भी देती है। छोटे-छोटे खर्चों के लिए अब उन्हें कर्ज लेने या दूसरों पर निर्भर होने की ज़रूरत नहीं पड़ती। यह योजना ग्रामीण भारत के लिए एक वरदान की तरह है, जो किसानों को मज़बूती दे रही है।
PM Kisan Yojana Installment 20th Kist Kab Aayegi
पीएम किसान योजना की इस बार क़िस्त आने में काफी देरी हो रही है और सभी किसानों को पैसे का इन्तजार है। ख़बरों के मुताबित रक्षा बंधन से पहले किसानों को क़िस्त के पैसे सरकार जारी कर देगी। क़िस्त के 2 हजार रूपए सभी किसानों के खातों में आने वाले है।
आखिरी बात
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने किसानों की ज़िंदगी में एक नई उम्मीद जगाई है। 20वीं किस्त के साथ लाखों किसान अपनी खेती और छोटे-मोटे खर्चों को और आसानी से पूरा कर सकेंगे। अगर आप इस स्कीम का लाभ लेना चाहते हैं तो अपनी जानकारी को अपडेट रखें और समय पर ई-केवाईसी पूरी करें। यह योजना न सिर्फ किसानों की मदद कर रही है बल्कि पूरे देश की खेती को और मज़बूत बनाने में योगदान दे रही है।
हई मेरे को भी योंजन